"माँ जानती है"
तेरे आंसू पोछना, तुझे हँसना
तेरे नज़र उतारना, सारी दुनिया की बुरी नजरों से तुम्हें बचाना
खुद ना खाए पर समय से तुझे खिलाना
और तेरे एक मुस्कान के लिए दुनिया से अकेले लड़ जाना
इसलिए जिसने पकड़ कर चलना सिखाया है
समय आने पर तुम भी उस हाथ को थामना
और बेहद प्यारा देना, सम्मान देना
और मुस्कान बनकर उसके चेहरे पर छाय रहना |
-प्रीति रानी
Maa Janti Hai "माँ जानती है"
Reviewed by Triveni Prasad
on
मई 16, 2021
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