Man Saph Rakho || मन साफ रखो - खूबसूरत हिंदी कविता

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Man Saph Rakho || मन साफ रखो

 मन साफ रखो 

साफ रखो मन को साथी 

साथ रखो सबको साथी 


ग़ैर किसी को मत समझो 

खैर मना सबका साथी 

मन साफ रखो


मौत खड़ी किस ठौर मिले 

कौन बता सकता साथी 


हाथ बढ़ा ओरों के हित 

दोस्त बना सबको साथी 


सोच सदा आगे की रख 

कर्म निरत रहना साथी 


काल करोना त्रास बहुत 

मास्क लगा रखना साथी 


दूर नहीं दूरी दो गज 

माँग समय समझो साथी 


हार नहीं तब तक समझो 

हो न घटा मन बल साथी 


Man Saph Rakho || मन साफ रखो Man Saph Rakho || मन साफ रखो Reviewed by Triveni Prasad on मई 18, 2021 Rating: 5

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