अँधेरा है दिल में रोशनी की तलाश है जरूर पहुंचुगी मैं मंजिल तक ये मुझे विश्वास है क्योंकि किसी और नहीं ,बल्कि खुद से जुडी मेरी आश है और मेरे दिल में मेरे ख्वाबों की जगह बेहद खास है जिनसे अब जुड़ चुकी मेरी सांस है |-: प्रीति रानी :-
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