" हँसी का रंग हरा होता है "
हँसी का रंग हरा होता है
जहाँ-जहाँ भी हरापन है
तेरे ही खिलखिलाते की अनुगूँज है वहाँ-वहाँ
कल्पना का रंग होता है आसमानी
जहाँ तक पसरा हुआ है आसमान
तेरे कल्पनाओ के दायरे में आता है...
हँसी का रंग हरा होता है | Hindi Poem
Reviewed by Triveni Prasad
on
जून 14, 2021
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