डालती है उन इंटो में जान
और घर बनती है उस जगह को जो उसके बिना शायद रहता निर्जाव माकन |
वो देती है कितनोंको जीवन
और ना जाने कितनों का करती है जतन
फिर क्यों हो रहा उसका पतन ??
कितने तो इस दुनिया में आ नहीं पाती
तो कितने चली जाती है पाकर इस निर्दय दुनिया की एक झलक
और कितनों के खुलते भी नहीं पलक और उनकी आँखे बंद कर दी जाती है
और अगर किसी की किस्मत अच्छी हो तो इस दुनिया में आ तो जाती है
पर कुछ दरिंदो से खुद को बचा नहीं पाती है
कृप्या इतने कठोर ना बनो
कर लो उसका भी थोडा जतन
यूँ ना होने दो उसका पतन
यूँ ना होने दो उसका हनन |
Please respect girls
They are also important
They are not secondry ...
-: Priti Rani :-
लड़कियाँ ( हिंदी कविता )
Reviewed by Triveni Prasad
on
अक्तूबर 23, 2020
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