तुम्हारे बिन अधूरी जिंदगी मेरीतुम्हारे साथ जीने का मज़ा आयागुजर जाती न जाने जिंदगी कैसेमगर तू साथ आए तो मज़ा आयानहीं खैरात की चाहत रही मुझकोकिया मिहनत पसीने का मज़ा पाया
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