घर बाहर दीपक जले, मिटे सकल अँधियार |रोग शोक सब शांत हो, अंतेस् में उजियार ||अंतेस् में उजियार, कराए जनके नाहर |पूर्ण अंक शुभ दीप, जलाएँ सब घर बाहर ||आध्यात्मिक संयोग है, सभी जलाएँ दीप |दीपों के आलोक में, सटे न कष्ट समीप ||सटे न कष्ट समीप, सभी दब जाएँ छाटिंक |अंतस में उजियार, कराएँ हो आध्यात्मिक ||
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