Jharkhand Hindi Poem - खूबसूरत हिंदी कविता

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Jharkhand Hindi Poem

 " झारखण्ड "

बहुत सुनी है लेख कहानी, बहुत सुनी है आत्मकथा |

मैं झारखण्ड, मेरी भी सुन लो जीवनपथ की मेरी व्यथा |

मैं किशोर जिसने जीवन के दो दशकों को पार किया |

20 वर्ष जैसे-तैसे, गुमनामी के अंधेरे में जिया ||



खनिज संपदा हीरे-मोती, है रत्रों की खान |

फिर भी मुझको जग में, मिलता ना क्यूं मान |

राँची, बोकारो, दुमका ; ये सब मेरे अंग है |

झारखण्ड के हर जन का जीवन, हर दिन एक जंग है ||


क्या शांति समेटे मैं खुद में; टैगोर हिल, पारसनाथ |

सबसे बड़े हैं धाम यहाँ, देवघर के भोलेनाथ |

रजरप्पा तो सबने देखा, अब देखे इसका मार्ग |

ओरमांझी की सुंदर छटा, संग राष्ट्रीय राजमार्ग ||

 

अयोध्या तो सभी जानते, अब आएं आंजन धाम |

नेतरहाट तो जाकर देखें, नयन को मिलेगा विश्राम |

हिरनी, दशम जलप्रपात संग कोयलों की खदान |

खूंटी, पलामू, की समस्या का भी करे कोई निदान ||

Jharkhand Hindi Poem Jharkhand Hindi Poem Reviewed by Triveni Prasad on नवंबर 21, 2020 Rating: 5

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