" पुष्प की आशा "---------------------कौन पुष्प को तोड़कर,माल पहल इतराता ?कौन पुष्प को तोड़कर,अंग अपने सजाता ?कौन पुष्प को तोड़कर,अपनी सखी को दे जाता ?पुष्प को तंग करने की,किसकी इनती आशा ?क्या तुमने नहीं पढ़ी,"पुष्प की अभिलाषा" |
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