Koun Sunega | Hindi Poem - खूबसूरत हिंदी कविता
" कौन सुनेगा "
कौन सुनेगा दुःख
तुम्हारा
चिड़िया सुन ले शायद
दुबकी मुँडेर पर
धूल आँगन की
या फूल
अंतिम वसंती
चीटियाँ सुन ले
रेंगती अवसाद पर
चीलकोई
एकाकी
या चाँद आंधी रात का
सुन लेगा
होगा जो भी आकुल
गाने को दुख अपना
तुम्हारी तरह
पारुल पुखराज
Koun Sunega | Hindi Poem
Reviewed by
Triveni Prasad
on
जुलाई 03, 2021
Rating:
5
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